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राखी के स्वयम्वर का बाजारीकरण

एक एसीपी की बेटी आज पूरे भारतवर्ष में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में छा गई है ये कोई और नहीं बल्कि राखी सावंत है एसीपी सावंत ने अपनी बेटी राखी को इसलिए घर से निकल दिया था क्यूंकि वो एक आइटम गर्ल बनना चाहती थी, इज्जत और मान मर्यादा की जिंदगी जीनेवाले एसीपी सावंत की होनहार बेटी राखी सावंत का सरेआम स्वयंवर और सगाई हुई तो पुलिस विभाग द्वारा आवंटित अपने फ्लैट में अकेले रहनेवाले वाले एसीपी सावंत पता नहीं क्या सोच रहे होंगे? वे शायद यह सोचकर खुश हों कि उनकी वह बेटी आज स्टारडम की बुलंदियों पर है, या फिर उनका सर शर्म से झुक गया हो ये तो एसीपी सावंत ही जाने पर पर राखी ने साबित कर दिखाया की वो अपनी ज़िन्दगी के बेहतर फैसले ले सकती है कहानी राखी की बात चार साल पहले की है स्टार न्यूज़ के लिए सनसनी बनानेवाले प्रोडक्शन हाउस बीएजी फिल्म्स के दो पत्रकारों ने एक स्टिंग आपरेशन किया था.उस स्टिंग आपरेशन के तहत किसी ऐसे स्टार को रात भर के लिए "हायर" करना था जिसका फिल्म इंडस्ट्री में थोड़ा नाम हो. उस समय 'एक लड़की' को 2 लाख 75 हजार रूपये में एक रात के लिए उन पत्रकारों ने तैयार कर लिया था. वह लड़की रात में ताज होटल में आयी भी. तब जिस लड़की का स्टिंग करके स्टार न्यूज अपनी टीआरपी बढ़ाने की कोशिश कर रहा था आज उसी लड़की को एनडीटीवी इमेजिन अपनी बेटी बनाकर बाजार में कीमत वसूल रहा है. संयोग से दोनों जगह शिकार बनायी गयी लड़की एक ही है लेकिन यह महज संयोग ही नहीं है कि उस समय जो समीर नायर स्टार के सीईओ थे वही आज एनडीटीवी इमेजिन के भी सीईओ है. और कभी स्टिंग करके टीआरपी बढ़ाने का खेल रचनेवाले समीर नायर ने ही यहां भी उसका स्वयंवर रचाने का आइडिया दिया था. यही बाजार का गणित है जहां एक लड़की को कभी स्टिंग करके होटल में धर दबोचा जाता है तो कभी अपनी बेटी बहू बताकर बाजार के हत्थे भी चढ़ा दिया जाता है. स्रौत: संजय तिवारी जी
  • राखी और बाजारीकरण
राखी सावंत का जन्म 1978 में मुंबई में एक महाराष्ट्रियन ब्राह्मण पुलिसवाले के घर हुआ था। शुरूआती पढ़ाई विले पार्ले के गोकलीबाई स्कूल में पढ़नेवाली राखी को पढ़ाई लिखाई में कोई बहुत दिलचस्पी नहीं रही है। मीठीबाई कालेज से बीए करने के दौरान ही उसने आईटम गर्ल का एक प्रस्ताव स्वीकार फिल्मों की ओर अपना रूख कर लिया. 2003 में उसने उस समय के स्टार गोविन्दा के साथ एक आईटम गाना भी किया और यहां से वह उन हजारों लड़कियों की फौज में शामिल हो गयी जो मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में अपना कैरियर बनाने के लिए दिन रात निर्देशकों के दफ्तरों का चक्कर लगाती रहती हैं. लेकिन राखी सावंत ने शायद ही किसी निर्देशक का चक्कर लगाया हो. उसे जो मौका मिला उसने उसका फायदा उठाया और फिल्म, सेक्सी विडियो, सी ग्रेड फिल्म और स्टेज शो सब जगह अपना जलवा दिखाया और पैसा कमाया. राखी सावंत की कारगुजारियां क्या थी इसमें ज्यादा जाने की जरूरत नहीं है। राखी सावंत के व्यवहार से तंग आकर सावंत ने उसे घर से निकाल दिया। जब पत्नी ने विरोध किया तो उन्होंने पूरे परिवार से अपने आप को अलग कर लिया। इतना बड़ा फैसला सावंत ने सिर्फ फिल्म में कैरियर बनाने के विरोध में लिया या इसका कोई और कारण था ये तो उन्हें ही पता होगा लेकिन उन्हें घर से निकालने के बाद जब वो अपने प्रेमी अभिषेक के साथ रहने लगी तो सबने यही कहा की यही था घर से निकालने का कारण क्यूंकि अगर फिल्म इंडस्ट्री की बात होती तो राखी की बड़ी बहन जया सावंत भी दो गुजराती फिल्मों में काम कर चूकी है।बात तब और साफ हो गयी जब पंजाबी फिल्मों के गायक और दलेर मेंहदी के भाई मीका ने एक पार्टी के दौरान उसका चुंबन ले लिया. बिना शादी के अपने साथी के साथ रहनेवाली राखी कहती थी कि "उसे शादी से परहेज है. वह लिविंग रिलेशनसिप में विश्वास करती है." इसका कारण बताते हुए राखी ने जून 2006 में एक इंटरव्यू में कहा था कि शादी एक बंधन है और वह उसमें बंधना नहीं चाहती. लेकिन इसी बिंदास लड़की ने मीका के चुंबन पर बवाल खड़ा कर दिया और भारतीय मीडिया ने छिछोरेपन की जिस सीढ़ी पर कदम रखा वह भारत के वर्तमान मनोरंजन उद्योग का एक बेहतरीन औद्योगिक माडल साबित हो गया.जल्द ही उसने अपने प्रेमी को भी छोड़ दिया. लेकिन प्रेमी को छोड़ने का भी जितना मीडिया माइलेज मिलना चाहिए था उससे हजार गुणा अधिक माइलेज उसने हासिल किया. कई घण्टे देश का हर समाचार चैनल सिर्फ यही दिखाता रहा कि दोनों अलग कैसे हुए? राखी ने कुछ म्यूजिक एल्बम और सी ग्रेड की फिल्मों में अपने एकमात्र सौंदर्य को हर प्रकार से सामने प्रदर्शित करके जरूर थोड़े समय के लिए अपना ध्यान खींचा था लेकिन तेजतर्रार राखी जानती थी कि अगर सिर्फ यहीं तक रूकी रही तो उसका कैरियर चौपट हो जाएगा। ऐसी न जाने कितनी आईटम गर्ल आती हैं और विदा हो जाती हैं उनका कोई नामलेवा भी नहीं रहता है। इसलिए अपने संघर्षशील दोस्त मीका के साथ मिलकर उसने एक नाटक खेला. उस नाटक ने उसकी पर्सनल रेटिंग काफी बढ़ा दी. मीका को भी विदेशों से स्टेज शो मिलने लगे और राखी सावंत को भी जगह-जगह से काम के आफर आने लगे. दोनों की गाड़ी चल निकली. लेकिन जैसा कि राखी सावंत का स्वभाव है उसने एक बार फिर नाटक किया. इस बार अपने उसी प्रेमी को नाटक का पात्र बनाया जिसके लिए उसने घर छोड़ दिया था. इस दूसरे प्रयास में राखी सावंत को भरपूर माइलेज तो मिला लेकिन काम नहीं मिला। काम दिया एनडीटीवी इमेजिन ने। एनडीटीवी का मनोरंजन चैनल इमेजिन दूसरे चैनलों की तरह एक ऐसा रियलिटी शो बाज़ार में लाना चाहता था जो सब के होश उडा दे। यह ख्वाहिश पूरी की राखी सावंत ने। राखी सावंत ने अपनी शादी सार्वजनिक रूप से करने का ऐलान किया यह अब तक का सबसे अनोखा रियेलिटी शो बनने वाला था जो कि बना भी। और दोनों ने मिलकर एक दूसरे को चर्चा में ला दिया. पहले योजना थी कि राखी सावंत जिसे चुनेगी उससे उसकी शादी होगी. फिर निर्णय सगाई में बदल दिया गया. करोड़ों रूपये की कमाई करनेवाले चैनल और राखी सावंत को आखिरकार इस शो को किसी अंजाम तक तो पहुंचाना ही था इसलिए सगाई करने का बहाना तो दिखाना ही था शादी नहीं होगी इतना तो अभी से तय है.और राखी सावंत रूप, स्वरूप, संस्कार और व्यवहार में ऐसा कोई गुण धारण नहीं करती कि वह लल्लू एनआरआई राखी का पल्लू पकड़ने के लिए सब कुछ छोड़कर भारत आ जाएगा. यह बात शायद दोनों जानते हैं इसलिए एक दूसरे को समझने का नाटक कर रहे हैं. लेकिन तब जब दोनों अलग होंगे फिर एक बार मंच सजेगा, टीवी चैनल शहरी लोगों में फिर से कोहराम मचाएंगे और राखी सावंत को एक बार फिर बाजार में उतारकर अपनी टीआरपी सुधारने का सुव्यवस्थित स्वांग करेंगे. आश्चर्य होता है कि राखी के इस स्वयंवर को समाचार माध्यमों ने जितना महत्व दिया है उसका एक लाखवां हिस्सा भी अगर उन सामूहिक शादियों पर ध्यान दे देते तो देश की न जाने कितनी बेटियों का घर बस जाता. लेकिन ऐसे स्वयंवर और शादियां कोई बिजनेस जनरेट नहीं करते इसलिए समाचार माध्यम उनको कोई तजरीह नहीं देते . इस पूरे स्वयंवर के खेल में चैनल को होड़ में आने का मौका मिला तो राखी सावंत को पैसा और ब्राण्डिंग. फिर उस आम दर्शक को क्या मिला जिसने इन दोनों को यहां तक पहुंचाया? शायद कुछ नहीं. यही नये बाजार का गणित है. इस नये बाजार के गणित में हर माध्यम लोगों का पोषण करने की बजाय शोषण करते हैं. और जब तक उसे पता चलता है कि उसका शोषण हो रहा है बाजार कोई नयी तरकीब गढ़ चुका होता है. एनडीटीवी और राखी सावंत दोनों फिलहाल बाजार की यह बाजी तो जीत ही चुके हैं.

1 comments:

Anonymous said...

gud thinkikng and gud attempt

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